कल्याण पुराण कथानङ्क : गीता प्रेस पुस्तक | Kalyan Puran Kathandk : Gita-Press PDF Book

Kalyan-Puran-Katha-ank-Gita-Press-PDF-Book

Kalyan-Puran-ankagita-press-pdf

कल्याण पुराण कथानङ्क हिन्दी पीडीएफ पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Kalyan Puran Kathandk Hindi PDF Book

इस पुस्तक का नाम है : कल्याण पुराण कथानङ्क | इस पुस्तक के लेखक/प्रकाशक हैं : गीता प्रेस | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 35 MB हैं | पुस्तक में कुल 456 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Kalyan Puran Kathandk | This book is written/published by : Gita Press | Approximate size of the PDF file of this book is : 35 MB. This book has a total of 456 pages.

पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
गीता प्रेसभक्तिपुराण35 MB456

पुस्तक से :

पुराण भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि है. पुराणों से ही भारतीय जीवन का आदर्श, भारत की सभ्यता,  संस्कृति तथा भारत के विद्या-वैभव के उत्कर्ष का वास्तविक ज्ञान प्राप्त हो सकता है. प्राचीन भारतीयता की झाँकी और प्राचीन समय में भारत के सर्वविध उत्कर्ष की झलक यदि कहीं प्राप्त होती हैं तो पुराणों में. पुराणों में मानव जीवन को ऊँचा उठानेवाली अनेक सरल, सरस, सुन्दर और विचित्र-विचित्र कथाएँ भरी पड़ी है. 

 

संस्कृत वाङ्मय में पुराणोंका एक विशिष्ट स्थान है। इनमें वेदार्थ का स्पष्टीकरण तो है ही, कर्मकाण्ड, उपासनाकाण्ड तथा ज्ञानकाण्ड के सरलतम विस्तार के साथ-साथ कथा वैचित्र्य के द्वारा साधारण जनता को भी गूढ़ से गूढ़तम तत्त्व को हृदयङ्गम करा देने की अपनी अपूर्व विशेषता भी है। इस युगमें धर्मकी रक्षा और भक्ति के मनोरम विकास का जो यत्किंचित् दर्शन हो रहा है, उसका समस्त श्रेय पुराण साहित्य को ही है।

 

परमगतिको प्राप्त कराने वाले तत्त्वज्ञान का अव्यवहित साधन भगवद्भक्ति हैं। इसी तत्त्वके प्रतिपादन में समस्त पुराणों की अपूर्वता है। श्रीमद्भागवत मे भक्तिर्विरक्ति भगवत्प्रबोध का भी यही अर्थ है बिना भगवद्भक्ति के अन्तःकरण शुद्धि की पूर्णता और भगवत्तत्त्व-विज्ञान नहीं हो सकता। इसीलिये कहीं-कहीं तो तत्त्वज्ञान से बढ़कर भी भक्ति की महिमाका उल्लेख मिलता है सत्य ही है, साधन में बिना अनन्यनिष्ठा हुए साध्य की प्राप्ति त्रिकाल में भी नहीं हो सकती।


डाउनलोड लिंक :

"कल्याण पुराण कथानङ्क हिन्दी पीडीएफ पुस्तक" को सीधे एक क्लिक में मुफ्त डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |

To download "Kalyan Puran Kathandk" in just a single click for free, simply click on the download button provided below |

Download PDF (35 MB)



If you like this book we recommend you to buy it from the original publisher/owner. Thank you.


गीता प्रेस श्रेणी की अन्य पुस्तकों को पढ़ने और डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

गीता प्रेस