गबन (प्रेमचंद) हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Gaban (Premchand) Hindi Book
इस पुस्तक का नाम है : गबन | इस ग्रन्थ के रचनाकार हैं : प्रेमचंद | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 1 MB हैं | पुस्तक में कुल 234 पृष्ठ हैं |Name of the book is :Gaban . The book is authored by: Munshi Premchand. Approximate size of the PDF file of this book is : 1 MB. This book has a total of 234 pages.
पुस्तक के लेखक | पुस्तक की श्रेणी | पुस्तक का साइज | कुल पृष्ठ |
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मुंशी प्रेमचंद | साहित्य, कहानी, उपन्यास | 1 MB | 234 |
पुस्तक से :
बरसात के दिन हैं, सावन का महीना. आकाश में सुनहरी घटाएं छाई हुई हैं. रह रह कर रिमझिम बरसा होने लगती है. अभी तीसरा पहर है; पर ऐसा मालूम हो रहा है शाम हो गयी. आमों के बाग में झूला पड़ा हुआ है. लड़कियां भी झूल रही हैं और उनकी माताएं भी. दो-चार झूल रही है, दो चार झूला रही हैं. कोई कजली गाने लगती है कोई बारहमासा. इस ऋतु में महिलाओं की बाल-स्मृतियां भी जाग उठती है. ये फुहारे मानो चिंताओं को हृदय से धो डालती हैं. मानों मुरझाए हुए मन को भी हरा कर देती हैं.
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