श्रीराम चिन्तन हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Shri Ram Chintan Hindi Book
इस पुस्तक का नाम है : श्रीराम चिन्तन | इस ग्रन्थ के लेखक/संपादक हैं : श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : गीता प्रेस गोरखपुर | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 72 MB है | इस पुस्तक में कुल 192 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "श्रीराम चिन्तन" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.
Name of the book is : Shri Ram Chintan | Author/Editor of this book is : Shri Hanuman Prasad Poddar | This book is published by : Gita Press Gorakhpur | PDF file of this book is of size 72 MB approximately. This book has a total of 192 pages. Download link of the book "Shri Ram Chintan" has been given further on this page from where you can download it for free.
पुस्तक के संपादक | पुस्तक की श्रेणी | पुस्तक का साइज | कुल पृष्ठ |
---|---|---|---|
श्री हनुमानप्रसाद पोद्दार | भक्ति, धर्म | 72 MB | 192 |
पुस्तक से :
जिस प्रकार पूर्ण परमेश्वर-तत्त्व का 'श्रीकृष्णावतार' लोकरञ्जन के लिये उसी प्रकार श्रीराम के रूप में वही परमात्म-तत्त्व लोक-शिक्षण के लिये अवतरित हुआ था, हुआ । भगवान् श्रीकृष्ण का चरित्र महान्, अलौकिक, दिव्य गुणगणों और सौंदर्य, माधुर्य, ऐश्वर्य तथा सामर्थ्य से युक्त होनेके कारण उसका अनुकरण सम्भव नहीं है, पर उनकी दिव्य वाणी (श्रीमद्भगवद्गीता आदि) और कथन सर्वथा धारण करने योग्य और सदैव कल्याणकर हैं। किंतु मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का तो वचन तथा उपदेशों सहित समग्र चरित्र ही सुमर्यादित, परमपावन, उच्चादर्शमय, परम मंगलकारी और सदा सेवनीय होने से अवश्य अनुकरणीय है।
परम श्रद्धेय नित्यलीलालीन भाईजी श्रीहनुमानप्रसाद जी पोद्दार द्वारा इस पुस्तक में 'श्रीराम-चिन्तन' के रूप में पर्याप्त रोचक और प्रेरक सामग्री संयोजित की गयी है। श्रीसीतारामजी के दिव्य युगलरूप के ध्यानसहित, माता कौसल्या, सुमित्रा, श्रीलक्षमण और देवी उर्मिला आदि के अनेक उदात्त चरित्रों पर भी मनीषी लेखक ने इसमें सुन्दर प्रकाश डाला है।
सरल, सुबोध भाषा में प्रभु श्रीराम की स्वभावगत और चरित्रगत विशेषताओं सहित उनके जीवनादर्शों का इसमें महत्त्वपूर्ण रेखाङ्कन हुआ है। श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण, श्रीरामचरितमानस, एवं तुलसी-साहित्य की प्रमुख रचनाओं - गीतावली, कवितावली आदि के उद्धरणों द्वारा इसके ललित लीला- प्रसङ्ग और भी अधिक रोचक, सरस और मर्मस्पर्शी बन गये हैं।
(नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)
डाउनलोड लिंक :
"श्रीराम चिन्तन" हिन्दी पुस्तक को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |
To download "Shri Ram Chintan" Hindi book simply click on the download button provided below.
If you like the book, you should consider buying it from the original publisher/owner.
यदि इस पुस्तक के विवरण में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से संबंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उस सम्बन्ध में हमें यहाँ सूचित कर सकते हैं।