फलदीपिका (ज्योतिष) हिन्दी पुस्तक | Phaldipika Hindi Book PDF

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फलदीपिका हिन्दी ग्रन्थ के बारे में अधिक जानकारी | More details about Phaldipika Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है: फलदीपिका | इस पुस्तक के लेखक/सम्पादक हैं : पंडित गोपेशकुमार ओझा | पुस्तक का प्रकाशन मोतीलाल बनारसीदास ने किया है. इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 31 MB हैं | पुस्तक में कुल 684 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Phaldipika. This book is written by: Pandit Gopesh Kumar Ojha. The book has been published by Motilal Banarasidas.  Approximate size of the PDF file of this book is 31 MB. This book has 684 pages.

पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
पंडित गोपेशकुमार ओझाज्योतिष31 MB684



पुस्तक से : 

पूर्वजन्म में जो शुभ या अशुभ कर्म जातकने किये हैं उनका फल, अंधकार में रखी हुई वस्तुओं को दीपक की भांति ज्योतिष शास्त्र दिखाता है। ज्योतिष कल्पद्रुम के तीन स्कन्ध है संहिता, सिद्धान्त तथा होरा. होरा के अन्तर्गत जन्म या प्रश्न कुण्डली का फलादेश आता है। उन्हीं फलों को दिखाने के लिये यह रचना फल-दीपिका है।

 

फलदीपिका ग्रंथ फलित ज्योतिष की प्रौढ़ रचना है। हिन्दी व्याख्या के साथ-साथ मूल श्लोक भी दे दिये गये हैं जिससे सहृदय संस्कृत प्रणयी मूल का रसास्वाद कर मंत्रेश्वर की सुललित पदावली से प्रकर्ष हर्ष का अनुभव कर सके. ग्रन्थ की महत्ता, उपादेयता या बहुविषयकता की व्याख्या करना व्यर्थ है, क्योंकि पुस्तक पाठकों के सम्मुख है।

 

 

यह व्याख्या संस्कृत के भाव और अर्थ को प्रकाशित करती है। जन्म कुंडली के द्वादश भावों का अर्थ निरूपण करती है। इसके अतिरिक्त हिन्दी व्याख्या में श्री रामानुज प्रणीत भावार्थ रत्नाकर नामक फलित ग्रंथ के ४५० योग भी हमने दे दिये हैं, इस कारण इसका नाम भावार्थबोधिनी फलदीपिका सार्थक है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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