भार्गव आदर्श हिंदी शब्दकोश हिन्दी पुस्तक | Bhargav Adarsh Hindi Shabdkosh Hindi Book PDF

                                  

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भार्गव आदर्श हिंदी शब्दकोश हिंदी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Bhargav Adarsh Hindi Shabdkosh Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है: भार्गव आदर्श हिंदी शब्दकोश | इस पुस्तक के लेखक हैं : पण्डित रामचंद पाठक |  पुस्तक का प्रकाशन किया है : भार्गव बुकडिपो, वाराणसी | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 86 MB हैं | पुस्तक में कुल 949 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Bhargav Adarsh Hindi Shabdkosh. This book is written by: Pandit Ramchand Pathak. The book is published by: Bhargav Book Depot, Varanasi. Approximate size of the PDF file of this book is 86 MB. This book has a total of 949 pages.

पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
पण्डित रामचंद पाठकसाहित्य,भाषा86 MB949



पुस्तक से : 

अकलंकित - (सं.वि.) कलंकरहित, निर्दोष अकल - (सं. वि.) अवयवरहित, अंश-शून्य, व्यर्थ, निष्फल (हि. वि. ) अखण्ड, निर्गुण; (हि. पुं.) सिक्ख सम्प्रदायमें ईश्वर का एक नाम अकेला भोजन
अकलखुरा- (हि. वि.)करनेवाला, लालची, स्वार्थी, डाह करने- वाला अकलवर, अकलवीर- (हि. पुं.) भांगकी तरह का एक पौधा अफल्क- (सं. वि.) बिना पापका, दुष्टताहीन ।
अकल्पित - (सं.वि.) जो कल्पित नहो, न बनाया हुआ, अकृत्रिम, सहज । अकल्मप- (सं. वि.) पाप रहित, निर्दोष

 

अकेश- (सं. वि.) जिसके केश या बाल न हों। 
अकैतव - (सं. वि.) कपटहीन, निश्छल, सदाचारी।
अकया- (हि.पुं.) खुरजी, गोन, कवाजा, पशुओंकी पीठ पर लादने का थैला या टोकरी | 
अकोट- (सं.पुं.) सुपारी, असंख्य, करोड़ों 
अकोतर सी- (हि. वि.) एक सौ एककी संख्या ।
अकोप- (हि.पुं.) कोपका अभाव, प्रसन्नता
अकोर- (हि.पुं.) छाती, अंक, गोद, घूस
अफोविद - (सं. वि.) जो पंडित न हो, मूर्ख,

 

 

अक्षया - (सं. स्त्री.) सोमवार की अमावस्या, रविवार की सप्तमी, मंगलवार की चतुर्थी तथा अक्षय तृतीया अक्षया तिथि कहलाती हैं ।
अक्षया - (सं. पुं.) श्राद्ध में पिंड दानके बाद घृत तथा मधु मिला हुआ वह जल जो पितरोंको अर्पण किया जाता है। 
अक्षय्योदक- (सं. पुं.) पिंड दानके बाद मधु तथा तिल मिलाया जल । 
अक्षर- (सं. पुं.) ब्रह्मा, शिव, विष्णु, मोक्ष, जल, गगन, धर्म, तपस्या, अपामार्ग (चिचिड़ा), अकारादि वर्ण;(वि.) अविनाशी, स्थिर, नित्य ।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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