काशी मोक्ष निर्णय हिन्दी पुस्तक | Kashi Moksha Nirnay Hindi PDF

Kashi-Moksha-Nirnay-Hindi-PDF

काशी मोक्ष निर्णय हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Kashi Moksha Nirnay Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : काशी मोक्ष निर्णय | इस पुस्तक के रचनाकार हैं : स्वामी श्री शिवानंद सरस्वती | पुस्तक के प्रकाशक हैं : धर्मसंघ शिक्षा-मंडल, दुर्गाकुण्ड, वाराणसी | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 52 MB हैं | इस पुस्तक में 106 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Kashi Moksha Nirnay. This book is written by : Swami Shri Shivanand Saraswati. The book is published by : Dharmsangh Shiksha Mandal, Durgakund, Varanasi. Approximate size of the PDF file of this book is 52 MB. This book has 106 pages.

पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
स्वामी श्री शिवानंद सरस्वतीधर्म, भक्ति, आध्यात्म52 MB106



पुस्तक से : 

हमारे शास्त्रों में काशी-सेवन को मोक्षप्राप्ति का अप्रतिम साधन बताया गया है। भगवान काशी विश्वनाथ अपने शरणमें आए व्यक्तियोंको तारक मंत्रके उपदेश द्वारा पुनः गर्भरंधके दर्शन का अवसर नहीं देते। भारतीय जीवन दर्शनका यह चतुर्थ लक्ष्य काशीमें भगवान विश्वनाथकी कृपा से सभी व्यक्तियोंको सहज से हो सुलभ हो जाता है। स्वामी श्री शिवानन्द सरस्वतीने कई बार पंचकोशी तथा अंतरगृही यात्राओं को संपन्न किया है। काशीकी महिमाके बारे में इन्हें शास्त्रीय तथा व्यावहारिक दोनों पक्षोंका अच्छा ज्ञान है। इस ज्ञानको इन्होंने अपनी पुस्तक काशी मोक्ष निर्णयमें भलीभाँति दर्शाया है।

 

विश्वनाथ (काशी में) अर्थ, काम और मोक्षको देने के लिए मूर्तिमान होकर स्वयं विराजमान हैं। (काशीमें मुक्ति लाभ) यह कौन आश्चर्य की बात है, क्योंकि वह विश्वनाथ अखण्ड सच्चिदानन्द साक्षात् विश्वरूप हैं। इसीसे त्रैलोक्यभी काशी के समान नहीं है, और इसी से यह काशी सभी तीर्थोंसे श्रेष्ठ है।

 

 

ऋषिगण जो अमर हैं वे प्रलयके समय में श्री सनातन महाविष्णुसे पूछते हैं - हे भगवान् यह छत्रके आकारकी ज्योति जल के ऊपर क्या प्रकाशित है, जो प्रलयकालमें पृथ्वीके डूबने पर भी नहीं डूबती. इस पर तो विष्णुजीने कहा- हे ऋषियों! लिंगरूपधारी सदाशिव महादेवका हमने तीनों लोकोके कल्याण के लिए (आदि में) स्मरण किया था, तब वह शंभु प्रादेश भर के लिंगके रूपमें हमारे हृदय से बाहर आये और पुनः अतिशय वृद्धिको पाकर पंचक्रोशात्मक (काशी) हो गये, यह वही पंचक्रोशात्मक काशी है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


डाउनलोड लिंक :

"काशी मोक्ष निर्णय" हिन्दी ग्रंथ को सीधे एक क्लिकमें मुफ्त डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |


To download "Kashi Moksha Nirnay" Hindi book in just single click for free, simply click on the download button provided below.


Download PDF (52 MB)


If you like this book we recommend you to buy it from the original publisher/owner. Thank you.