मुहूर्त्तमार्त्तण्ड हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Muhurta Martand Hindi Book
इस पुस्तक का नाम है : मुहूर्त्तमार्त्तण्ड | इस पुस्तक के लेखक हैं - केदारदत्त जोशी | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : मोतीलाल बनारसी दास | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 286 MB हैं | इस पुस्तक में कुल 228 पृष्ठ हैं |
Name of the book is : Muhurta Martand. This book is written by : Kedar Dutt Joshi | The book is published by : Motilal Banarasidas. Approximate size of the PDF file of this book is 286 MB. This book has a total of 228 pages.
पुस्तक के लेखक | पुस्तक की श्रेणी | पुस्तक का साइज | कुल पृष्ठ |
---|---|---|---|
केदारदत्त जोशी | भक्ति, धर्म | 286 MB | 228 |
पुस्तक से :
सामान्य वचन में "मुहूर्तं घटिका द्वयम्" दो घंटे का एक मुहूर्त्त होता है जो पृथ्वीकी विषुवद्धरातलीय मात्र भूपृष्ठ देशों में ही ठीक होते हैं। भूपृष्ठ के यत्र तत्र सर्वत्र के देशों, नगरों, ग्रामों में दिनमानकी समता वर्षके मात्र दो दिनों आधुनिक खगोल गणित से २१ मार्च और २३ सितम्बर को ही हो सकती है।
तत्र सर्वे ग्रहाः शस्ता भौमोऽप्यत्र विशेषतः। तिथि विवजयेद्रिकां शस्तान्याः शृणु भाति मे उत्तरात्रितयं सौम्यं पुष्यक्षं शुक्रदेवतम्। प्राजापत्यं च हस्तश्च शस्तमाश्विन मित्रभम्। वराहं पूजयेद्देवं पृथिवीं च तथा द्विजान्। भूभागमु पलिप्याथ तत्र कृत्वा तु मण्डलम्।
स्वस्त्र प्रानिट्चतुष्का समदिनविवर श्राद्धतत्प्राग्दिनानि त्यक्त्वा मूलं मधान्त्ये वसुकलिजनिभाहानि पर्वाणि चतौं। याहीज्यार्केन्दुलग्नविषमभलवगंरुद्द्बर्लर्भोः सुताथिन् व्यस्तैरेतैरिहै वायुगहनि मुदितः कन्यकेच्छो सुचन्द्रे।
ब्राह्म व्युत्तरयुग्ध्रुवं स्थिरमथो पूर्वा मघा याम्यभं क्रूरोग्रं श्रवणत्रयादितियुता स्वाती चराख्या चला। दत्रार्का भिजिदीज्यभं लघु तथा क्षिप्रं च मैत्रान्तिमे न्दुत्वाष्ट्रं मृदुमैत्रमग्निभविशे मिश्रे च साधारणे।
(नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)
डाउनलोड लिंक :
"मुहूर्त्तमार्त्तण्ड" पुस्तक को सीधे एक क्लिक में मुफ्त डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |
To download "Muhurta Martand" book in just single click for free, simply click on the download button provided below.
If you like this book we recommend you to buy it from the original publisher/owner.