नित्य नियम पाठ विधि पुस्तक | Nitya Niyam Path Vidhi Book PDF

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नित्य नियम पाठ विधि पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Nitya Niyam Path Vidhi Book

इस पुस्तक का नाम है : नित्य नियम पाठ विधि | इस पुस्तक के लेखक हैं : अज्ञात | पुस्तक के प्रकाशक हैं : श्री मस्तबब आश्रम, जम्मू | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 31 MB हैं | इस पुस्तक में 140 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Nitya Niyam Path Vidhi. This book is written by : Unknown. The book is published by : Shri Mastbab Ashram, Jammu. Approximate size of the PDF file of this book is 31 MB. This book has 140 pages.

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अज्ञात भक्ति, आध्यात्म31 MB140



पुस्तक के बारे में : 

हेमजासुतं भजे गणेशं ईशनन्दनम् | एक दन्त वक्रतुण्ड नाग यज्ञ सूत्रकम् रक्त गात्र धूत्र शुक्मण्डितम् । कल्पवृक्ष भक्त रक्ष नमोस्तुतेजाननम् ॥ पाशिपाणि चक्रपाणि मूत्रकादि रोहिणम् | अग्निकोटि सूर्यज्योति बज्यकोटि निर्मलम् । चित्रमाल भक्तिमाल मालचन्द्र शोभितम् ॥

 

अहं पापी पाप क्षपण निपुण शंकर भवान् अह मोतो मीता भय वितरण ते व्यसनिता अहं दीनो दीनोद्धरण विधि सज्जस्तमितरत् न जानेहं वक्तु कुरु सकल शौचे मयि कृपाम्.

 

अतीतः पन्थानं तव च महिमा वामम नसपोर तङ्ख्या वृत्या यं चकितम भित्ते श्रुतिरपि । स कस्य स्तोतव्यः कति विधगुणः कस्य विषय: पदे त्वर्वा चीने पतति न मनः कस्य न वचः ॥२॥ 

 

 

अकाण्ड ब्रह्माण्ड क्षय चकित देवासुर कृपा विधेयस्या असीद्य स्त्रिनयन! विषं संहृतवतः। स कल्माष: कण्ठे तव न कुरुते न श्रिय महो विका रोपि श्लाध्यो भुवन भय भङ्ग व्यसनिनः बहुल रजसे विश्वोत्पत्ती भवाय नमो नमः प्रबल तमसे तत्संहारे हराय नमो नमः। जनसुख कृते सत्वो दिक्ती मुहाय नमो नमः प्रमहसि पदे निस्त्रं गुण्यं शिवाय नमो नमः

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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