पञ्चीकरणम् हिन्दी पुस्तक | Panchikaranam Hindi Book PDF

                                       

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पञ्चीकरणम् हिंदी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Panchikaranam Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : पञ्चीकरणम् | इस पुस्तक के लेखक हैं : डॉ. कमेश्वरनाथ मिश्र | पुस्तक का प्रकाशन किया है : चौखम्भा संस्कृत संस्थान, वाराणसी | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 77 MB हैं | पुस्तक में कुल 264 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Panchikaranam. This book is written by : Dr Kameshwar Nath Mishra. The book is published by : Chaukhambha Sanskrit Sansthan, Varanasi. Approximate size of the PDF file of this book is 77 MB. This book has a total of 264 pages.

पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
डॉ. कमेश्वरनाथ मिश्रभक्ति,धर्म77 MB264



पुस्तक से : 

उसकी इच्छा मुमुक्षा है और उस मुमुक्षा का धर्म मुमुक्षुता है। उसका प्रयोजन मोक्ष है, क्योंकि उसीसे सिद्ध किया जा सकता है। जो जान लिये जाने पर अपने सम्बन्धी के रूपमें इष्ट होता है वही 'प्रयोजन' है । वह भी गौण और मुख्य के भेद से दो प्रकार का है, मुख्य है मोक्ष और गौण है उसका साधन ज्ञान । इस ग्रन्थमें भी मोक्ष का प्रतिपादन हुआ है इसलिए यह ग्रन्थ भी सप्रयोजन-प्रयोजन के सहित हुआ है । 

 

इनमें से गुरु के समीप रहकर विधिवत् शब्दशक्ति के विषय में निरूपण करना श्रवण है। युक्तिसे श्रवण की गयी वस्तुके तत्त्वका निरूपण करना मनन है। विजातीय वृत्तियों का तिरस्कार करते हुये ब्रह्माकारवृत्ति को स्थिर करना निदिध्यासन है।

 

 

तत्राद्या इन्द्रियसन्निक नन्तरं वृत्तेविषयदेशगमनेन अन्तःकरणतद्वृत्तितद्विषयाणां चैत न्यावच्छेदकानां एकदेशस्थैककालीनत्वे तदवच्छिन्न चैतन्यमप्ये कमिति अन्तःकरणतद्वृत्तितद्विषयावच्छिन्नचेतना नामेकलोलीभावो ज्ञानगतं प्रत्यक्षम्।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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