प्राचीन भारत का साहित्यिक एवं सांस्कृतिक इतिहास हिंदी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Prachin Bharat Ka Sahityik Evam Sanskritik Itihas Hindi Book
इस पुस्तक का नाम है : प्राचीन भारत का साहित्यिक एवं सांस्कृतिक इतिहास | इस पुस्तक के लेखक हैं : प्रो. निरंजन सिंह | पुस्तक का प्रकाशन किया है : रिसर्च पब्लिकेशंस, जयपुर | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 14 MB हैं | पुस्तक में कुल 337 पृष्ठ हैं |
Name of the book is : Prachin Bharat Ka Sahityik Evam Sanskritik Itihas. This book is written by : Pro. Niranjan Singh. The book is published by : Research Publications, Jaipur. Approximate size of the PDF file of this book is 14 MB. This book has a total of 337 pages.
पुस्तक के लेखक | पुस्तक की श्रेणी | पुस्तक का साइज | कुल पृष्ठ |
---|---|---|---|
प्रो. निरंजन सिंह | इतिहास,संस्कृति,भारत | 14 MB | 337 |
पुस्तक से :
संस्कृत हमारी प्राचीन भाषा है। संस्कृत सम्पर्क भाषा होने के साथ-साथ साहित्य की भाषा भी रही है। अतः प्राचीन भारत का साहित्यिक इतिहास प्रमुखत: संस्कृत साहित्यक का ही इतिहास है। वैदिक संस्कृत में वैदिक साहित्य का प्रणयन हुआ तथा लौकिक संस्कृत में पौराणिक, शास्त्रीय तथा काव्य-महाकाव्यादि की रचना हुई। यहाँ हमारा प्रयोजन मुख्यतः प्राचीन भारत के अथवा संस्कृत के प्राचीन साहित्य की परम्परा को सूचित करना है।
अग्नि देवता भूलोक के देवता है, जो देवयज्ञ में पुरोहित का कार्य करते है । वस्तुतः अग्नि में जो हवि आहूत की जाती है वह अग्नि के माध्यम से ही वातावरण में व्याप्त होकर मानव के लिए शुद्ध वायुमण्डल प्रदान करती है । हिरण्यगर्भ - सूर्य देवता को समस्त सृष्टि का मूल आधार मानकर उसे प्रेरणा स्रोत सिद्ध किया है।
वेदों के अंतिम भाग को वेदान्त के नाम से जाना जाता है। अतः अधिकांश आध्यात्मिक गहराइयाँ वेदों के अन्तिम भागों में ही छुपा है। परन्तु इससे हमें यह बिल्कुल भी नहीं समझना चाहिए कि वेदों के आदि और मध्य में किसी प्रकार की कोई रहस्यात्मकता है ही नहीं।
(नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)
डाउनलोड लिंक :
"आल्हा खंड" हिन्दी पुस्तक को सीधे एक क्लिक में मुफ्त डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |
To download "Prachin Bharat Ka Sahityik Evam Sanskritik Itihas" Hindi book in just single click for free, simply click on the download button provided below.