संध्या - गीता प्रेस पुस्तक | Sandhya - Gita Press Book PDF

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संध्या - गीता प्रेस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Sandhya - Gita Press Book

इस ग्रन्थ का नाम है : संध्या - गीता प्रेस | इस पुस्तक के लेखक हैं : अज्ञात. इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : गीता प्रेस, गोरखपुर. इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 8.5 MB हैं | इस पुस्तक में कुल 20 पृष्ठ हैं |

Name of the book is: Sandhya - Gita Press | This book is written by : Unknown. This book is published by : Gita Press, Gorakhpur. Approximate size of the PDF file of this book is: 8.5 MB. This book has a total of 20 pages.

पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
गीता प्रेस, गोरखपुरभक्ति, धर्म8.5 MB20


पुस्तक से 

ॐ तत्सदद्यैतस्य ब्रह्मणो द्वितीयपरार्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे जम्बूद्वीपे भरतखण्डे आर्यावर्तैकदेशान्तर्गते पुण्यक्षेत्रे कलियुगे कलिप्रथमचरणे अमुकसंवत्सरे अमुकमासे अमुकपक्षे अमुकतिथौ अमुकवासरे अमुकगोत्रोत्पन्नोऽमुकशर्माहं प्रातः संध्योपासनं कर्म करिष्ये. पृथ्वीति मन्त्रस्य मेरुपृष्ठ ऋषिः सुतलं छन्दः कूर्मो देवता आसने. ॐ पृथ्वि त्वया धृता लोका देवि त्वं विष्णुना धृता । त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम्॥

 

ॐकारस्य ब्रह्म ऋषिर्गायत्री छन्दोऽग्निर्देवता शुक्लो वर्णः सर्वकर्मारम्भे विनियोगः ॥ सप्तव्याहृतीनां विश्वामित्रजमदग्निभरद्वाज गौतमात्रिवसिष्ठकश्यपाऋषयो गायत्र्युष्णिगनुष्टुब्बृहतीपङ्क्षित्रिष्टुब्जगत्य श्छन्दांस्यग्निवाय्वादित्यबृहस्पतिवरुणेन्द्रविश्वेदेवा देवता अनादिष्टप्रायश्चित्ते प्राणायामे विनियोगः ॥ गायत्र्या विश्वामित्र ऋषिर्गायत्री छन्दः सविता देवताग्निर्मुखमुपनयने प्राणायामे विनियोगः ॥ शिरसः प्रजापतिर्ऋषिस्त्रिपदा गायत्री छन्दो ब्रह्माग्निवायुसूर्या देवता यजुः प्राणायामे विनियोगः॥

 


ॐ उद्वयं तमसस्परि स्वः पश्यन्त उत्तरम् । देवं देवत्रा सूर्यमगन्म ज्योतिरुत्तमम् ॥ ॐ उदुत्यं जातवेदसं देवं वहन्ति केतवः । दृशे विश्वाय सूर्यम् ॥ ॐ चित्रं देवानामुदगादनीकं चक्षुर्मित्रस्य वरुण स्याग्नेः । आप्रा द्यावापृथिवी अन्तरिक्ष सूर्य आत्मा जगतस्तस्थुषश्च ॥ ॐ तच्चक्षुर्देवहितं पुरस्ताच्छुकमुच्चरत् । पश्येम शरदः शतं जीवेम शरदः शतः शृणुयाम शरदः शतं प्रब्रवाम शरदः शतमदीनाः स्याम शरदः शतं भूयश्च शरदः शतात् ॥

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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