श्री स्वच्छंद तंत्र हिन्दी पुस्तक | Shri Svacchanda Tantra Hindi Book PDF

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श्री स्वच्छंद तंत्र हिंदी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Shri Svacchanda Tantra Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : श्री स्वच्छंद तंत्र | इस पुस्तक के लेखक हैं : डॉ. परमहंस मिश्र । पुस्तक का प्रकाशन किया है : संपूर्णानंद संस्कृत विशवविद्यालय, वाराणसी | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 141 MB हैं | पुस्तक में कुल 440 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Shri Svacchanda Tantra. This book is written by : Dr Paramhans Mishra. The book is published by : Sampurnanand Sanskrit Vishwavidyalaya, Varanasi. Approximate size of the PDF file of this book is 141 MB. This book has a total of 440 pages.



पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
डॉ. परमहंस मिश्रभक्ति,तंत्र141 MB440



पुस्तक से : 

कैलाश पर्वतके शिखर पर भगवान् भैरव आसीन हैं। वहां किसी भी प्रकारका कष्ट नहीं है। चारो तरफ उल्लास का वातावरण है। चण्ड, नन्दी, महाकाल, गणेश, और शिवके विशिष्ट गण भृङ्गी द्वारा आस्थापूर्वक वे स्तूयमान हैं। साथ ही षडानन कार्तिकेय कुमार भी उपस्थित हैं। इन्द्र, यम, आदित्य, ब्रह्मा, विष्णु भी स्तुतिमें पुरःसर भावसे आगे बढ़कर भाग ले रहे हैं।

 

ऐसे सद्गुरुदेवकी सेवा में निरन्तर व्यस्त रहने के कारण इसके समस्त अज्ञानरूपी मलोंका नाश हो गया है। परिणामस्वरूप ज्ञान के प्रकाश में महामाहेश्वर-दर्शन इसके लिये व्यक्त हो गया है। यह इस व्यज्यमान भैरवभाव का साक्षात्कार कर रहा है। शिष्य के इस दैहिक - जैविक अस्तित्वको यह लोक 'क्षेमराज' के रूपमें जानता है।

 

 

भगवान् के लिये प्रयुक्त यह शब्द उनके नित्यानन्दघन स्वरूप का साक्षात्कार करा रहा है। आनन्दशक्ति को ही स्वातन्त्र्य शक्ति भी कहते हैं। स्वातन्त्र्य शक्ति से समुल्लसित शिव विश्वमें मोद का प्रसार करते हैं। दिव् धातुके अर्थोंमें मोद और मद दोनों परिगणित हैं। मोद, मद से मनोज्ञ केवल शिव ही शास्त्रोंमें समुद्दिष्ट हैं।

  

भैरवरूपस्य तन्नाम्नश्च भुवनाध्ववक्ष्यमाण कैलासाख्यहिमवच्छृङ्गासीनस्य अन्तरङ्ग परिवाररूपै रिन्द्रादिभिर्लोकपालैर्यमोपलक्षितैः सर्वैः संहर्तृभी रुद्रादिभिः। आदित्यो पलक्षितैः सर्वैस्तेजोमयैः ब्रह्मविष्णूपलक्षितैः सृष्टिसंहारस्थितिकारिभिः सर्वैरनन्त भट्टारकादिभिः।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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