त्राटक द्वारा काम रूपांतरण - हिन्दी पुस्तक | Tratak Dwara Kaam Rupantaran - Hindi Book PDF

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त्राटक द्वारा काम रूपांतरण हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Tratak Dwara Kaam Rupantaran Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : त्राटक द्वारा काम रूपांतरण | इस पुस्तक के लेखक हैं - डॉ चमनलाल गौतम | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : संस्कृति संस्थान, बरेली | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 42 MB हैं | इस पुस्तक में कुल 176 पृष्ठ हैं |

Name of the book is : Tratak Dwara Kaam Rupantaran. This book is written by : Dr Chamanlal Gautam | The book is published by : Sanskriti Sansthan, Bareilly. Approximate size of the PDF file of this book is 42 MB. This book has a total of 176 pages.


पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
डॉ चमनलाल गौतम  अध्यात्म, साधना, योग42 MB176



पुस्तक से : 

त्राटक योग की एक अत्यन्त शक्तिशाली और सरल क्रिया है। यदि इसका अभ्यास किया जाय तो सफलता मिलने के अधिक कठिनाई नहीं होती । त्राटक योग क्रियाएँ ध्यान का ही एक रूप है। ध्यान की क्रिया साकार और निराकार के भेद से मुख्यतः दो प्रकार की है। आरम्भिक साधक को ध्यान में सफलता प्राप्त करने के लिए सर्वप्रथम साकार ध्यान का अभ्यास ही अधिक सुविधाजनक होता है ।

 

त्राटक एक ऐसी सरल और वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिससे काम का सहज में रूपांतरण होने लगता है। त्राटक सिद्धि होने पर साधक यह स्पष्ट रूप से अनुभव करने लगता है कि मानसिक स्थिरता के साथ उस की श्वास में परिवर्तन होने लगा है। श्वांस शिथिल, कम और धीमी होने लगी है।

 

योग-साधनों में त्राटक कर्म अत्यन्त महत्वपूर्ण और उच्च कोटि का माना जाता है । इसके द्वारा योगी पुरुष बड़े-बड़े कार्य सिद्ध कर लेते हैं। देखने में अत्यन्त सरल होते हुए भी आश्चयंप्रद फल से युक्त है। योगियों का कहना है कि त्राटक सिद्ध योगी अपनी किसी भी इच्छाको विना किसी बाधाके पूर्ण करने में समर्थ होता है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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