अभिज्ञान शाकुन्तल हिन्दी पुस्तक | Abhigyan Shakuntal Hindi Book PDF

Abhigyan-Shakuntal-Hindi-Book-PDF


अभिज्ञान शाकुन्तल हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Abhigyan Shakuntal Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : अभिज्ञान शाकुन्तल | इस पुस्तक के लेखक हैं : कालिदास | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : राजपाल एंड सन्स, दिल्ली | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 1 MB है | इस पुस्तक में कुल 93 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "अभिज्ञान शाकुन्तल" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Abhigyan Shakuntal | This book is written by : Kalidas | This book is published by : Rajpal And Sons, Delhi | PDF file of this book is of size 1 MB approximately. This book has a total of 93 pages. Download link of the book "Abhigyan Shakuntal" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के संपादकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
कालिदासधार्मिक1 MB93



पुस्तक से : 

एक कवि ने लिखा है कि 'कवियों की गणना करते समय कालिदासका नाम जब कनिष्ठिका अंगुली पर रखा गया, तो अनामिका के लिए उनके समान किसी दूसरे कविका नाम ही न सूझा। इस प्रकार अनामिका अँगुली का अनामिका नाम सार्थक हो गया।

 

कुछ विद्वानों का यह अनुमान है कि मेघदूत के यक्ष कालिदास स्वयं हैं और उन्होंने जो सन्देश मेघ को दूत बनाकर भेजा है, वह उनके अपने घरकी ओर ही भेजा गया है। मेघदूत का यह मेघ विन्ध्याचल से चलकर आम्रकूट पर्वत पर होता हुआ रेवा नदीपर पहुँचा है।

 

इससे शकुन्तला की असहायता और सरलता तथा राजा की निष्ठुरता का मर्मस्पर्शी संकेत किया गया है। जब दुष्यन्त और शकुन्तला का प्रेम और बढ़ने लगता है, तभी नेपथ्यसे पुकार सुनाई पड़ती है कि 'तपस्वियो, आश्रम के प्राणियोंकी रक्षा के लिए तैयार हो जाओ।

 

 

कालिदास कौन थे? वे कहाँ के रहने वाले थे? और कालिदास नाम का एक ही कवि था अथवा इस नाम के कई कवि हो चुके हैं? इस बात को लेकर विद्वानों में गहरा मतभेद है। कुछ विद्वानों ने कालिदासको उज्जयिनी निवासी माना है, क्योंकि उनकी रचनाओं में उज्जयिनी, महाकाल, मालवदेश आदि के वर्णन कई स्थानों पर हुए हैं। परन्तु कुछ विद्वानोंका विचार है कि ये महाकवि हिमालय के आसपास के रहने वाले थे।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


डाउनलोड लिंक :

"अभिज्ञान शाकुन्तल" हिन्दी पुस्तक को सीधे एक क्लिक में मुफ्त डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |

To download "Abhigyan Shakuntal" Hindi book in just single click for free, simply click on the download button provided below.


Download PDF (1 MB)


If you like the book, we recommend you to buy it from the original publisher/owner.



यदि इस पुस्तक के विवरण में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से संबंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उस सम्बन्ध में हमें यहाँ सूचित कर सकते हैं