अंताक्षरी - उधड़ी हुई कहानियां हिंदी पुस्तक | Antakshari - Udhadi Hui Kahaniyan Hindi Book PDF


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अंताक्षरी - उधड़ी हुई कहानियां हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Antakshari - Udhadi Hui Kahaniyan Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : अंताक्षरी - उधड़ी हुई कहानियां | इस पुस्तक के लेखक/संपादक हैं : अमृता प्रीतम | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : अज्ञात | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 1 MB है | इस पुस्तक में कुल 9 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "अंताक्षरी - उधड़ी हुई कहानियां" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Antakshari - Udhadi Hui Kahaniyan | This book is written by : Amrita Pritam | This book is published by : Unknown | PDF file of this book is of size 1 MB approximately. This book has a total of 9 pages. Download link of the book "Antakshari - Udhadi Hui Kahaniyan" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के संपादकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
अमृता प्रीतमकहानी1 MB9



पुस्तक से : 

उसने झुग्गी के पास बैठे हुए अपने पति की ओर देखा। आयु के कुबढ़ेपन से झुका हुआ एक आदमी ज़मीन पर रस्सियाँ बिछाकर एक चटाई बुन रहा था। दूर पड़े हुए कुछ गमलोंमें लगे हुए फूलों को सर्दी से बचाने के लिए चटाइयोंकी आड़ देनी थी।

 

इन खेतो की बाई ओर में किसी सरकारी कॉलेजका एक बहुत बड़ा बगीचा है। इस बगीचे के एक नुक्कड़ पर केतकी की झोपड़ी हैं। बगीचे को सींचने के लिए पानीकी छोटी छोटी खाइयाँ बहती हैं। पानी की एक खाई इस झोपड़ी के आगेसे भी गुजरती है।

 

यहां जंगल में जो शेर हैं, वे सब हमारे भाई-बन्धु हैं। जब कभी जंगलमें कोई शेर मर जाता है तो हम लोग तेरह दिन उसका मातम मनाते है। हमारे कबीले के मर्द लोग अपना सिर मुँडाते हैं और मिट्टी की हँडिया फोड़कर मरने वालेके नाम पर दाल-चावल बांटा जाता हैं।

 

 

हमने अपनी बिटिया का नाम रोपी रखा था। यह भी मैंने कपिलधारा में खड़े होकर अपने मनसे वचन लिया था कि मेरे पेटसे जब भी कभी कोई बेटी होगी, मैं उसका नाम रोपी रखूँगी मैं यह जानती थी कि रोपी का कोई कसूर नहीं था। जब मैंने बिटियाका नाम रोपी रखा तो मेरा कार्तिक भी बहुत खुश हुआ। अब तो रोपी बहुत बड़ी होगी।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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