धिक्कार - प्रेमचंद हिन्दी पुस्तक | Dhikkar - Premchand Hindi Book PDF


Dhikkar-Premchand-Hindi-Book-PDF


धिक्कार हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Dhikkar Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : धिक्कार | इस पुस्तक के लेखक/संपादक हैं : मुंशी प्रेमचंद | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : साई ईपब्लिकेशंस | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 1 MB है | इस पुस्तक में कुल 31 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "धिक्कार" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Dhikkar | This book is written by : Munshi Premchand | This book is published by : Sai ePublications | PDF file of this book is of size 1 MB approximately. This book has a total of 31 pages. Download link of the book "Dhikkar" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के लेखकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
मुंशी प्रेमचंदकहानी1 MB31



पुस्तक से : 

सभी औरतें उत्सुक होकर उन चीजों को देखने लगीं। ललिताको आभूषण पहिनाये जाने लगे। मानी के हृदय में बड़ी इच्छा हुई कि वो जाकर वधूको देखे। अभी कल जो बालिका थी, उसे आज वधू वेश में देखने की इच्छा वो रोक न सकी। वह मुस्कराती हुई कमरे में घुसी।

 

जिसकी सूरत से लोग घृणा करते है, उसे मरने के लिये भी अगर कठोर दंड दिया जाय, तो मैं यही कहूँगी कि ईश्वर के दरबार में भी न्यायका नाम नहीं है। तुम मेरी दशा का अनुभव नहीं कर सकते हो। इंद्रनाथकी आँखें सजल हो गयीं। मानी की बातों में कठोर सत्य भरा हुआ था।

 

हम छोटे कामों के लिये भी तजुर्बेकार आदमी खोजते हैं, जिसके साथ हमें जीवन-यात्रा करनी है, उसमें तजुर्बेका होना अनिवार्य हैं। तजुर्बा सिखाने वाला कोई भी विद्यालय आज तक नहीं खुला। जिसने इस विद्यालय में डिग्री ले ली, उसके हाथोंमें हम निश्चिंत होकर जीवन की बागडोर दे सकते हैं।

 

 

इसका कारण तो तुम जानती हो। वह तुम्हें घुड़कियाँ देकर जला- जलाकर चाहे तुम्हे मार डालें, पर विवाह करनेकी अनुमति नहीं देंगे। इससे उनकी नाक कट जायेगी, इसलिये अब इसका निर्णय तुम्हारे ऊपर है। मैं तो समझता हूँ कि तुम्हें यह स्वीकार कर लेना चाहिए। इंद्रनाथ तुमसे प्रेम भी करता है। साथ ही वो निष्कलंक चरित्रका आदमी है। तुम्हें सुखी देखकर मुझे सचमुच बड़ा आनंद होगा।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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