हमारी आजादी की कहानी - बिपन चन्द्र हिन्दी पुस्तक | Hamari Aazadi Ki Kahani - Bipan Chandra Hindi Book PDF

    

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हमारी आजादी की कहानी हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Hamari Aazadi Ki Kahani Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : हमारी आजादी की कहानी | इस पुस्तक के लेखक/संपादक हैं : बिपन चन्द्र | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 2 MB है | इस पुस्तक में कुल 50 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "हमारी आजादी की कहानी" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Hamari Aazadi Ki Kahani | This book is authored by : Bipan Chandra | This book is published by : National Book Trust, India | PDF file of this book is of size 2 MB approximately. This book has a total of 50 pages. Download link of the book "Hamari Aazadi Ki Kahani" has been given further on this page from where you can download it for free.


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बिपन चन्द्रइतिहास2 MB50



पुस्तक से : 

इन्हीं मांगों ने आगे चलकर एक अखिल भारतीय राजनीति का आरंभ कर दिया। इन नेताओं का मुख्य उद्देश्य था अंग्रेजी शासन के खिलाफ एक सर्व सम्मति की राजनीति पैदा करना। धर्म और क्षेत्र विशेष के आधार पर कोई अपील नहीं की जानी थी।

 

अंग्रेजी शासन की स्थापना के कारण देश के प्रशासन में कई परिवर्तन आए। इन परिवर्तनों से जनता में काफी रोष पैदा हुआ। उन्होंने अंग्रेजी शासन का जोरदार विरोध किया। 1857 की क्रांति इसी का परिणाम था। लाखों किसानों और सिपाहियों ने इसमें भाग लिया था।

 

जो नाम इस बात के साथ विशेष रूपसे जुड़ा वह दादा भाई नौरोजी का था। दादा भाई नौरोजी पारसी थे। वे मुंबई में गणित के शिक्षक थे। उन्होंने अपना सारा जीवन राष्ट्रीय आंदोलन की सेवामें लगा दिया था। उन्हें राष्ट्रीय आंदोलन का संस्थापक और राष्ट्रका पितामह कहा जाता है।

 

 

आधुनिक राजनीतिक चेतना का धीरे धीरे फैलाव हुआ। इसकी शुरुआत 1870 के दशक में हुई। राजनीतिक संगठन बनाने में देशके अग्रणी लोगों ने पहल किया। वे राजनीतिक रूप से सक्रिय थे। उन्होंने अखबार निकालकर राजनीतिकी समझ लोगों तक पहुंचानेकी कोशिश की। 1880 के दशक तक जागरूक भारतीयों को लगने लगा कि एक भारतीय राजनीतिक संगठन के निर्माणका समय आ गया है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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