कुण्डलिनी महायोग - स्वामी विष्णु तीर्थ हिन्दी पुस्तक | Kundalini Mahayog - Swami Vishnu Tirtha Hindi Book PDF

  

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कुण्डलिनी महायोग हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Kundalini Mahayog Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : कुण्डलिनी महायोग | इस पुस्तक के लेखक/संपादक हैं : स्वामी विष्णु तीर्थ | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : तोताराम ठेकेदार | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 18 MB है | इस पुस्तक में कुल 100 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "कुण्डलिनी महायोग" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Kundalini Mahayog | This book is written by : Swami Vishnu Tirtha | This book is published by : Totaram Thekedar | PDF file of this book is of size 18 MB approximately. This book has a total of 100 pages. Download link of the book "Kundalini Mahayog" has been given further on this page from where you can download it for free.


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स्वामी विष्णु तीर्थधार्मिक, योग18 MB100



पुस्तक से : 

उस समय स्वामीजी ने संयास नहीं लिया था। अब इस संस्करण में स्वामी जी ने ग्रंथको दुबारा देखकर कुछ संशोधन करने की कृपा की है। इस संस्करण को स्वामी जी के सन्यासी परिचयके साथ प्रकाशित किया जा रहा है।

 

शक्तिपात में गुरु अपने शिष्यों में जिस आध्यात्मिक शक्ति का संचार करता है, वह शक्ति क्या है और कैसी है, उसका रूप कैसा है और वह कहांसे तथा किस प्रकार उत्पन्न होती है, शिष्यमें किस प्रकार गिराई जाती है और वह शरीर के बाहर कैसे आती जाती है।

 

आजकल लोगों की ये धारणा हो गई है कि "योग का साधन" केवल उग्रतपस्या युक्त गृह त्यागी ही कर सकते हैं। कोई भी भारतीय इस बात से अनभिज्ञ नहीं है कि हमारे पूर्वजों ने किस प्रकार गृहस्थ धर्मका पालन करते हुए भी योगकी उच्चावस्था को प्राप्त किया था।

 

 

स्मरण रहे कि शक्तिपात और मेस्मरीज्म में बहुत बड़ा अंतर हैं। जहां मेस्मरीज्म में कर्ता सबजेक्ट को अपने प्रभाव से संज्ञाशून्य करके उससे अपनी इच्छानुसार कार्य कराता है फिर ऐसे कार्य बहुधा स्वार्थसाधन के अतिरिक्त परमार्थ से कोसों दूर होते हैं और कर्त्ताका प्रभाव हटते ही मीडियम साधारण दशासे भी गिर जाता है। वह मेस्मराइजर के प्रति घृणा करने लगता है और उससे भयभीत रहता है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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