प्रतिभा विमर्श - डॉ. देशराज पीडीएफ | Pratibha Vimarsh - Dr. Deshraj PDF


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प्रतिभा विमर्श हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Pratibha Vimarsh Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : प्रतिभा विमर्श | इस पुस्तक के लेखक हैं : डॉ. देशराज | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : भारतीय विद्या प्रकाशन | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 54 MB है | इस पुस्तक में कुल 194 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "प्रतिभा विमर्श" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Pratibha Vimarsh | This book is written by : Dr Deshraj | This book is published by : Bharatiya Vidya Prakashan | PDF file of this book is of size 54 MB approximately. This book has a total of 194 pages. Download link of the book "Pratibha Vimarsh" has been given further on this page from where you can download it for free.


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डॉ. देशराजधार्मिक54 MB194



पुस्तक से : 

वस्तुतः मेरे साहित्यशास्त्रीय ज्ञानको प्रौढ़ बनाने एवं साहित्यशास्त्रीय सिद्धान्तों को समझने में आने वाली कठिनाइयों का निवारण करनेमें सदा ही गुरुदेवका मार्गदर्शन एवं सहायता समय समय पर प्राप्त होता रहता था। 

 

अपने इस ज्ञान कोष पर हमें गर्व है तथा इस ज्ञान भण्डारकी है सुरक्षा, संवर्द्धन तथा आधुनिक युग के सन्दर्भों में इसकी प्रासंगिकता का अध्ययन कितना महत्वपूर्ण कार्य है यह बतानेकी जरुरत नहीं है। प्रस्तुत पुस्तकमें इसी महत् उद्देश्य की पूर्ति का प्रयास किया गया है।

 

इस प्रकार विभिन्न विद्वानों ने प्रतिभा का विविध दृष्टियों से विवेचन किया है। प्रतिभाको कवित्व का बीज, काव्य निर्माणकी शक्ति तथा अपूर्व वस्तु निर्माण क्षमा प्रज्ञा इत्यादि विशेष पदों से पुकारा है। प्रतिभा काव्य का निश्चयेन कारण है क्योंकि इसके बिना काव्य रचनाका प्रार्दुभाव असम्भव है।

 

 

इस जगत के अन्तर्निहित तथ्यके निर्धारण करने में विद्वान और कवि दोनों ही समर्थ हैं। प्रज्ञा और प्रतिभा दोनों ही मानव के दो अध्यात्मिक लोचन है जिनके द्वारा वह जगत् को देखता है और व्याख्या करता है। जिस प्रकार से दार्शनिक विद्वान प्रज्ञाके बल पर जगत की बौद्धिक व्याख्या करने में कृतकृत्य होता है, उसी प्रकार कवि प्रतिभाके आश्रय से जगत की व्याख्या करने में कृतार्थ होता है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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