भोज संहिता शनि खंड पुस्तक पीडीऍफ़ | Bhoj Sanhita Shani Khand Book PDF

     


bhoj-sanhita-shani-khand-pdf-download


भोज संहिता शनि खंड हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Bhoj Sanhita Shani Khand Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : भोज संहिता शनि खंड | इस ग्रन्थ के लेखक/संपादक है: डॉ भोजराज द्विवेदी | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : अज्ञात | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 05 MB है | इस पुस्तक में कुल 11 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "भोज संहिता शनि खंड" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Bhoj Sanhita Shani Khand | Author/Editor of this book is : Dr Bhojraj Dwivedi | This book is published by : Unknown | PDF file of this book is of size 05 MB approximately. This book has a total of 11 pages. Download link of the book "Bhoj Sanhita Shani Khand" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के संपादकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
डॉ भोजराज द्विवेदीधर्म, ज्योतिष05 MB11



पुस्तक से : 

नवग्रहों में शनिकी महिमा एवं शनि का महत्त्व सबसे अलग है, विलक्षण है। शनि को लेकर प्राचीन ग्रंथोंमें बृहत्पाराशर, बृहत्जातक, होराशास्त्र, मानसागरी जातकाभरण, जातकपरिजात, होरासार, फलदीपिका, चमत्कार चिन्तामणि, इत्यादि ग्रन्थों में भरपूर सामग्री बिखरी पड़ी है। आज भी अकेले शनि को लेकर बहुत-सी पुस्तके बाजार में उपलब्ध है।

 

ज्योतिष शास्त्र में पौराणिक एवं आकाशीय (वास्तविक) शनि का मिला-जुला स्वरूप स्पष्टतः प्रतिबिम्बित होता है। महर्षि पाराशर, आचार्य वराहमिहिर, गुणाकर, क कल्याणवर्मा, वैद्यनाथ महादेव, टूडिराज, मन्त्रेश्वर जयदेव, पूजराज, विलिएम लिलि, एलिन लिओं, सर्वार्थ चिन्तामणि, कालिदास, विद्यारण्यने विविध आप्तवालयों से शनि के प्रभाव को प्रतिलक्षित किया है।

 

कई बार ऐतिहासिक कसौटियों, तार्किक पहलूओं एवं मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों पर शनिके बारे में प्रचलित किस्से सच नहीं जान पड़ते। फिर भी हिन्दू आस्थाओं के प्रतीक पुराणों को एकदम कपोलकल्पित नहीं माना जा सकता. पुराण इतिहास का ही एक स्वरूप है। पुराण अतिरंजित तो हो सकता है पर मिथ्या नहीं। शनि की सच्चाई हृदय से सर्वप्रथम ज्योतिषशास्त्र ने स्वीकार की।

 

 

शनिको लेकर आम जनता को डराया जा रहा है। साढ़े साती और शनि की ढैया के नाम से एक हौवा खड़ा कर दिया गया है। जगह-जगह शनि-मन्दिर खुल रहे हैं। । आजकल बड़े शहरों में कार पार्किंग या सार्वजनिक विचरण स्थल पर शनिवार के दिन हर बीस-तीस कदम पर शनि प्रतिमा पड़ी मिलेगी। क्या उन प्रतिमाओं पर पैसा फेकने से शनि प्रसन्न वा शान्त हो जाता है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


डाउनलोड लिंक :

"भोज संहिता शनि खंड - डॉ भोजराज द्विवेदी" हिन्दी पुस्तक को सीधे एक क्लिक में मुफ्त डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |

To download "Bhoj Sanhita Shani Khand - Dr Bhojraj Dwivedi" Hindi book in just single click for free, simply click on the download button provided below.


Download PDF (05 MB)


If you like the book, we recommend you to buy it from the original publisher/owner.



यदि इस पुस्तक के विवरण में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से संबंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उस सम्बन्ध में हमें यहाँ सूचित कर सकते हैं